Tribal News

Main Menu

  • होम
  • लाइव न्यूज़
  • वीडियो न्यूज़
  • जनजाति साक्षात्कार
  • मुख्य खबरे
    • मध्यप्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • महाराष्ट्र
    • आंध्र प्रदेश
    • झारखंड
    • राजस्थान
    • उड़ीसा
    • गुजरात
    • हिमाचल प्रदेश
  • देश
  • राज्य
    • मध्य प्रदेश
      • सीधी
      • सिवनी
      • शहडोल
      • मांडला
      • खरगोन (पश्चिम निमाड़)
      • छिंदवाड़ा
      • झाबुआ
      • बेतूल
    • उत्तराखंड
      • उत्तरकाशी जनजाति,भोटिया,जौनसारी,राजी
      • चमोली जनजाति,भोटिया,जौनसारी,राजी
      • रुद्रप्रयाग जनजाति,भोटिया,जौनसारी,राजी,बुक्सा,थारू
      • टिहरी गढ़वाल जनजाति,भोटिया,जौनसारी,राजी,बुक्सा,थारू
      • देहरादून जनजाति,भोटिया,जौनसारी,राजी,बुक्सा,थारू
      • गढ़वाल जनजाति,भोटिया,जौनसारी,राजी,बुक्सा,थारू
      • पिथोरागढ़ जनजाति,भोटिया,जौनसारी,राजी,बुक्सा,थारू
      • बागेश्वर जनजाति,भोटिया,थारू
      • अल्मोड़ा जनजाति,भोटिया,थारू
      • चम्पावत जनजाति,भोटिया,थारू
      • नैनीताल जनजाति,भोटिया,जौनसारी,राजी,बुक्सा,थारू
      • उधमसिंह नगर जनजाति,भोटिया,जौनसारी,राजी,बुक्सा,थारू
    • महाराष्ट्र
      • पूर्वी वन क्षेत्र
      • गोंडवाना विदर्भ क्षेत्र
      • सह्याद्री क्षेत्र
    • आंध्र प्रदेश
      • आदिलाबाद
      • महबूबनगर
      • पूर्व गोदावरी
      • पश्चिम गोदावरी
      • विशाखापट्टनम
    • झारखंड
      • रांची
      • सिंहभूम
      • संथाल परगना
      • पलामू
    • राजस्थान
      • उदयपुर
      • सिरोही
      • चित्तौड़गढ़़
      • डूंगरपुर
      • बांसवाड़ा
    • उड़ीसा
      • मयूरभंज
      • कोरापुट
      • क्योंझर
      • कालाहांडी
      • बालासोर
    • गुजरात
      • भरूच
      • वलसाड
      • सूरत
      • साबरकांठा
      • बनासकांठा
    • हिमाचल प्रदेश
      • किन्नौर
      • लाहौल एंड स्पीती
      • चम्बा
    • छत्तीसगढ़
      • रायपुर
      • सरगुजा
      • रायगढ़
      • राजनांदगांव
      • बस्तर
    • असम
      • असम जनजातीय बोडोलैंड
      • दीमा हसाओ
      • कार्बी आंगलोंग
      • मेघालय जनजातीय,खासी,जयंतिया,गारो हिल्स
      • त्रिपुरा जनजातीय क्षेत्र, चकमा, मारा
      • मिजोरम जनजातीय चकमा,मारा,लाई
  • हमारी टीम
    • कल्चरल वर्किंग टीम
      • नीरज कुंदेर
      • रविंद्र देशमुख
      • सुदर्शन माने
      • विजय कुमार सालुंके
      • इन्द्राणी महतो
      • अन्वेशा घोश
      • जगननाथ कालिंदी
      • हरिकेश सिंह
    • हमारी सेंट्रल वर्किंग कमेटी टीम
      • (डॉ.) केशव माणिक वाल्के
      • (डॉ.) शामराव इंदरसे कोरेटी
      • डॉक्टर उजाल मुखर्जी
      • डॉ एज़ाज़ लोन
      • डॉ राजपूत भाउ साहेब
      • राजकुमार गोस्वामी
    • हमारे स्टेट हेड्स
      • डाॅ जयेश कावड़िया
      • राजेश कुमार शर्मा
      • प्रवीण सिंह
      • डॉक्टर नंदकिशोर भगत
      • अशोक कुमार
      • गुरु मुन्नू चव्हान
  • विज्ञापन

logo

  • होम
  • लाइव न्यूज़
  • वीडियो न्यूज़
  • जनजाति साक्षात्कार
  • मुख्य खबरे
    • मध्यप्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • महाराष्ट्र
    • आंध्र प्रदेश
    • झारखंड
    • राजस्थान
    • उड़ीसा
    • गुजरात
    • हिमाचल प्रदेश
  • देश
  • राज्य
    • मध्य प्रदेश
      • सीधी
      • सिवनी
      • शहडोल
      • मांडला
      • खरगोन (पश्चिम निमाड़)
      • छिंदवाड़ा
      • झाबुआ
      • बेतूल
    • उत्तराखंड
      • उत्तरकाशी जनजाति,भोटिया,जौनसारी,राजी
      • चमोली जनजाति,भोटिया,जौनसारी,राजी
      • रुद्रप्रयाग जनजाति,भोटिया,जौनसारी,राजी,बुक्सा,थारू
      • टिहरी गढ़वाल जनजाति,भोटिया,जौनसारी,राजी,बुक्सा,थारू
      • देहरादून जनजाति,भोटिया,जौनसारी,राजी,बुक्सा,थारू
      • गढ़वाल जनजाति,भोटिया,जौनसारी,राजी,बुक्सा,थारू
      • पिथोरागढ़ जनजाति,भोटिया,जौनसारी,राजी,बुक्सा,थारू
      • बागेश्वर जनजाति,भोटिया,थारू
      • अल्मोड़ा जनजाति,भोटिया,थारू
      • चम्पावत जनजाति,भोटिया,थारू
      • नैनीताल जनजाति,भोटिया,जौनसारी,राजी,बुक्सा,थारू
      • उधमसिंह नगर जनजाति,भोटिया,जौनसारी,राजी,बुक्सा,थारू
    • महाराष्ट्र
      • पूर्वी वन क्षेत्र
        • भंडारा
        • चंद्रपुर
        • गढ़चिरौली
        • गोंदिया
        • नागपुर
      • गोंडवाना विदर्भ क्षेत्र
        • अकोला
        • अमरावती
        • वर्धा
      • सह्याद्री क्षेत्र
        • धुले
        • जलगाँव
        • नदुरबार
        • नासिक
        • ठाणे
    • आंध्र प्रदेश
      • आदिलाबाद
      • महबूबनगर
      • पूर्व गोदावरी
      • पश्चिम गोदावरी
      • विशाखापट्टनम
    • झारखंड
      • रांची
      • सिंहभूम
      • संथाल परगना
      • पलामू
    • राजस्थान
      • उदयपुर
      • सिरोही
      • चित्तौड़गढ़़
      • डूंगरपुर
      • बांसवाड़ा
    • उड़ीसा
      • मयूरभंज
      • कोरापुट
      • क्योंझर
      • कालाहांडी
      • बालासोर
    • गुजरात
      • भरूच
      • वलसाड
      • सूरत
      • साबरकांठा
      • बनासकांठा
    • हिमाचल प्रदेश
      • किन्नौर
      • लाहौल एंड स्पीती
      • चम्बा
    • छत्तीसगढ़
      • रायपुर
      • सरगुजा
      • रायगढ़
      • राजनांदगांव
      • बस्तर
    • असम
      • असम जनजातीय बोडोलैंड
      • दीमा हसाओ
      • कार्बी आंगलोंग
      • मेघालय जनजातीय,खासी,जयंतिया,गारो हिल्स
      • त्रिपुरा जनजातीय क्षेत्र, चकमा, मारा
      • मिजोरम जनजातीय चकमा,मारा,लाई
  • हमारी टीम
    • कल्चरल वर्किंग टीम
      • नीरज कुंदेर
      • रविंद्र देशमुख
      • सुदर्शन माने
      • विजय कुमार सालुंके
      • इन्द्राणी महतो
      • अन्वेशा घोश
      • जगननाथ कालिंदी
      • हरिकेश सिंह
    • हमारी सेंट्रल वर्किंग कमेटी टीम
      • (डॉ.) केशव माणिक वाल्के
      • (डॉ.) शामराव इंदरसे कोरेटी
      • डॉक्टर उजाल मुखर्जी
      • डॉ एज़ाज़ लोन
      • डॉ राजपूत भाउ साहेब
      • राजकुमार गोस्वामी
    • हमारे स्टेट हेड्स
      • डाॅ जयेश कावड़िया
      • राजेश कुमार शर्मा
      • प्रवीण सिंह
      • डॉक्टर नंदकिशोर भगत
      • अशोक कुमार
      • गुरु मुन्नू चव्हान
  • विज्ञापन
  • जनजातीय जिला कूनूर बर्फ़बारी और भूस्खलन के कारण देश दुनिया से कटा

  • आदिवासी युवा पीढ़ी को हर लिहाज से सशक्त बनाने के लिए झार खण्ड सरकार प्रतिबद्ध

  • राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने ‘आदि महोत्सव 2025’ का किया उद्घाटन

  • राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू – आदिवासी समुदाय सरकार के प्रयासों के सबसे बड़े लाभार्थी

  • जनजातीय गांवों के अछे दिन उत्कर्ष अभियान से सुविधाओं का होगा विकास

  • आदिवासी उपहार, स्थिरता और आदिवासी कला का एक सुंदर मिश्रण

  • थारु जनजाति :पर्यावरण सुरक्षा की अनूठी परंपरा,चंपारण मैं सदियों से तीन दिन का लाक डाउन

  • थारू जनजाति को फ्री सामान्य किसानों को मिलेगी 90 प्रतिशत सब्सिडी

  • नशा मुक्त पहाड़ का सफल आयोजन जिलाधिकारी ने पुरस्कार प्रदान किये

  • महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस ने किया जनहित पत्रक का विमोचन

अल्मोड़ाउत्तरकाशीउत्तराखंडउत्तराखंड देवभूमिउधमसिंह नगरगढ़वालचमोलीचम्पावतज्वलंत खबरेटिहरी गढ़वालट्राइबलदेहरादूननैनीतालपिथोरागढ़मनोरंजनमुख्य खबरेरुद्रप्रयागसंस्कृति
Home›अल्मोड़ा›चम्पावत नैसर्गिक, धार्मिक और एतिहासिकता की त्रिवेणी है

चम्पावत नैसर्गिक, धार्मिक और एतिहासिकता की त्रिवेणी है

By admin
July 22, 2021
758
0
Share:

जनजातीय समाचार नेटवर्क उत्तराखंड राज्य प्रमुख की रिपोर्ट

चम्पावत : कुमाऊं की उत्पत्ति का शहर और चंदों की राजधानी रही चम्पावत नैसर्गिक, धार्मिक और एतिहासिकता की त्रिवेणी है। खूबसूरती में यहा की वादिया स्वीटजरलैंड को मात देती हैं। धर्म और आस्था के द्वार उत्तर भारत के प्रमुख शक्तिपीठ मा पूर्णागिरि धाम से ही खुल जाते हैं। जैसे ही मैदान से पहाड़ का सफर शुरू होता हैं। प्राकृतिक सौंदर्य, घने जंगल, सर्पीली सड़कें, घाटियों के बीच बहती नदिया मंत्रमुग्ध कर देती हैं। श्यामलाताल झील का आर्कषण, चम्पावत का नजारा, एपटमाउंट, मंच, बापरु से हिमालय दर्शन मन को प्रफुल्लित कर देता है। कुमाऊं के आराध्य देव न्यायकारी गोलज्यू का दरबार असहाय, पीड़ित और सताये लोगों का सबसे बडा आसरा हैं। राजबुंगा, बाणासुर किला, ब्यानधूरा, दूनकोट, घटोतकच्छ, मानेश्वर, बालेश्वर के बिरखम यहा की एतिहासिकता की खुली किताब हैं। मायावती आश्रम जहा अद्वैतवाद की गंगोत्री है। वहीं सिखों का तीर्थस्थल रीठा साहिब नानक जी के चमत्कार का गवाह है। तल्लादेश के गुरु गोरखनाथ धाम में सतयुग से अनवरत जल रही धूनी संत परंपरा की लौ को दीप्तीमान कर रही हैं। देवीधूरा का मा बाराही दरबार आस्था, शक्ति और अदभुत परंपरा का द्योतक है।

इतिहास : कुमाऊं के इतिहास में चम्पावत का विशिष्ट स्थान रहा है। गुरुपादुका नामक ग्रन्थ के अनुसार नागों की बहन चम्पावती ने चम्पावत के बालेश्वर मन्दिर के पास तपस्या की थी। उसकी स्मृति में चम्पावती का मन्दिर आज भी बालेश्वर मन्दिर समूह के अंदर स्थित है। वायु पुराण के अनुसार चम्पावती पुरी नागवंशीय नौ राजाओं की राजधानी थी। ७०० ई॰ में बद्रीनाथ की यात्रा पर आये झूसी के चन्द्रवंशी राजपूत सोमचन्द ने स्थानीय राजा ब्रह्मदेव की एकमात्र कन्या ‘चम्पा’ से विवाह कर इस स्थान को दहेज में प्राप्त किया। अपना राज्य स्थापित कर उन्होंने अपनी रानी के नाम पर ही चम्पावती नदी के तट पर चम्पावत नगर की स्थापना की, और उसके मध्य में ‘राजबुंगा’ नामक किला बनवाया।

राजा सोमचन्द के बाद उनके पुत्र आत्मचन्द, चन्द वंश के उत्तराधिकारी बने। पश्चात क्रमशः संसार चन्द, हमीर चन्द, वीणा चन्द आदि ने चम्पावत की राजगद्दी संभाली। सोलहवीं शताब्दी आते आते राजा भीष्म चन्द ने राजधानी राज्य के मध्य किसी केन्द्रीय स्थान पर ले जाने का निर्णय किया। भीष्म चन्द के बाद उनके पुत्र बालो कल्याण चन्द ने अपने पिता की इच्छानुसार सन् १५६३ में अपने राज्य का विस्तार करते हुये राजधानी अल्मोड़ा में स्थानान्तरित कर दी। चम्पावत में चन्द राजाओं का राज्यकाल ८६९ वर्षों तक रहा। चन्द काल के समय चम्पावत और कूर्मांचल (काली कुमाऊं) में लगभग दो-तीन सौ घर थे।

ब्रिटिश शासन काल में १८७२ में पौड़ी के साथ-साथ चम्पावत को तहसील का दर्जा दिया गया। तहसील बनने के बाद अंग्रेज अधिकारियों केे इस क्षेत्र में आशियाने बनने लगे। अल्मोड़ा जनपद की इस सीमान्त तहसील को १९७२ में पिथौरागढ़ जनपद में शामिल कर दिया गया। छोटी प्रशासनिक इकाइयों को विकास में सहायक मानने, तथा दुर्गम भौगोलिक परिस्थितियों को दृष्टिगत रखते हुए उत्तर प्रदेश की तत्कालीन मुख्यमंत्री, मायावती ने १५ सितम्बर १९९७ को चम्पावत को जनपद का दर्जा दे दिया। इस जनपद में पिथौरागढ़ जनपद की चम्पावत तहसील के अतिरिक्त उधमसिंहनगर जनपद की खटीमा तहसील के ३५ राजस्व ग्रामों को भी सम्मिलित किया गया था।

मुख्य आकर्षण

बालेश्वर मंदिर : यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। इस मंदिर का निर्माण चन्द शासन काल में करवाया गया था। इस मंदिर की वास्तुकला बहुत सुन्दर है। ऐसा माना जाता है कि बालेश्वर मंदिर का निर्माण १०-१२ ईसवीं शताब्दी में हुआ था।

नागनाथ मंदिर : इस मंदिर में की गई वास्तुकला बहुत सुन्दर है। यह कुमाऊँ के पुराने मंदिरों में से एक है।

मीठा-रीठा साहिब : यह सिक्खों के प्रमुख धार्मिक स्थानों में से एक है। यह स्थान चम्पावत से ७२ किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। कहा जाता है कि सिक्खों के प्रथम गुरू, गुरू नानक जी यहां पर आए थे। यह गुरूद्वारा जहां पर स्थित है वहां लोदिया और रतिया नदियों का संगम होता है। गुरूद्वार परिसर पर रीठे के कई वृक्ष लगे हुए हैं। ऐसा माना जाता है कि गुरू के स्पर्श से रीठा मीठा हो जाता है। गुरूद्वारा के साथ

पूर्णागिरी मंदिर : यह पवित्र मंदिर पूर्णागिरी पर्वत पर स्थित है। यह मंदिर तंकपुर से २० किलोमीटर तथा चम्पावत से ९२ किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। पूरे देश से काफी संख्या में भक्तगण इस मंदिर में आते हैं। इस मंदिर में सबसे अधिक भीड़ चैत्र नवरात्रों (मार्च-अप्रैल) में होती है। यहां से काली नदी भी प्रवाहित होती है जिसे शारदा के नाम से जाना जाता है।

श्यामलाताल : यह जगह चम्पावत से ५६ किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इसके साथ ही यह स्थान स्वामी विवेकानन्द आश्रम के लिए भी प्रसिद्ध है जो कि खूबसूरत श्यामातल झील के तट पर स्थित है। इस झील का पानी नीले रंग का है। यह झील १.५ वर्ग किलोमीटर तक फैली हुई है। इसके अलावा यहां लगने वाला झूला मेला भी काफी प्रसिद्ध है

पंचेश्वर : यह स्थान नेपाल सीमा पर स्थित है। इस जगह पर काली और सरयू नदियां आपस में मिलती है। पंचेश्वर भगवान शिव के मंदिर के लिए अत्यंत प्रसिद्ध है। काफी संख्या में भक्तगण यहां लगने वाले मेलों के दौरान आते हैं, और इन नदियों में डुबकी लगाते हैं।

देवीधुरा : यह जगह चम्पावत से ४५ किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह खूबसूरत जगह वराही मंदिर के नाम से जानी जाती है। यहां बगवाल के अवसर पर दो समूह आपस में एक दूसरे पर पत्थर फेकते हैं। यह अनोखी परम्परा रक्षा बन्धन के अवसर की जाती है।

लोहाघाट : यह ऐतिहासिक शहर चम्पावत से १४ किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह स्थान लोहावती नदी के तट पर स्थित है। यह जगह अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए भी काफी प्रसिद्ध है। इसके अलावा यह स्थान गर्मियों के दौरान यहां लगने वाले बुरास के फूलों के लिए भी प्रसिद्ध है, प्रसिद्द टी.वी. अस्पताल मायावती यही पर है।

एबट माउंट : एबट माउंट बहुत ही खूबसूरत जगह है। इस स्थान पर ब्रिटिश काल के कई बंगले मौजूद है। यह खूबसूरत जगह लोहाघाट से ११ किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इसके अलावा यह जगह २००१ मीटर की ऊंचाई पर स्थित है।

बनबसा : यह नेपाल बोर्डर {महेंद्र नगर} पर स्थित है, एन.एच.पी.सी का जलविद्युत पावर स्टेशन यहाँ पर है, यहाँ पर सेना की छावनी भी है। यहाँ पर एक फार्म हॉउस है जिसका नाम स्ट्रोंग फार्म हॉउस है । जिसके की मालिक एक ब्रिटिश नागरिक हैं । यहाँ पर स्कूल एवं अनाथालय चलाते हे।

 

Tagsचम्पावत नैसर्गिकधार्मिक और एतिहासिकता की त्रिवेणी है
Previous Article

चमोली बर्फ से ढके पर्वतों के बीच ...

Next Article

देहरादून अपनी पहाडीयों और ढलानो के साथ-साथ ...

0
Shares
  • 0
  • +
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0

admin

Related articles More from author

  • उत्तराखंडऑडियो गैलरीछत्तीसगढ़ज्वलंत खबरेझारखंडट्राइबलदक्षिण अफ्रीकीदक्षिण अफ्रीकी आदिवासियोंदक्षिणी अफ्रीकामुख्य खबरेवर्धासंस्कृति

    राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू – आदिवासी समुदाय सरकार के प्रयासों के सबसे बड़े लाभार्थी

    February 1, 2025
    By admin
  • उड़ीसागुजरातचंद्रपुरछत्तीसगढ़ज्वलंत खबरेझारखंडट्राइबलबस्तरमध्यप्रदेशमहाराष्ट्रमुख्य खबरेरांचीराजनांदगांवराजनीतिरायगढ़रायपुरसंस्कृतिसरगुजा

    समाज को जागरूक करें, संगठित करें, विघटनकारी तत्वों से रहें सावधान सुश्री उइके राज्यपाल

    February 21, 2021
    By admin
  • उड़ीसाकोरापुटट्राइबल

    कोरापुट-आदिवासी शहर जनवादी लोगों को “आदिवासी” या “मूल निवासी” कहा जाता है।

    June 1, 2020
    By admin
  • ट्राइबलदक्षिण अफ्रीकीदक्षिण अफ्रीकी आदिवासियोंदक्षिणी अफ्रीकाविदेशसंस्कृति

    दक्षिण अफ्रीकी आदिवासियों के बारे में जानकारी

    September 1, 2020
    By admin
  • उदयपुरचित्तौड़गढ़़ज्वलंत खबरेट्राइबलडूंगरपुरबांसवाड़ामुख्य खबरेराजस्थानसंस्कृति

    भारतीय सैनिक दुनियां का सर्वश्रेठ सैनिक -कर्नल देव गुर्जर

    September 15, 2021
    By admin
  • अल्मोड़ाउत्तरकाशीउत्तराखंडउधमसिंह नगरगढ़वालचमोलीचम्पावतचम्बाज्वलंत खबरेटिहरी गढ़वालट्राइबलनैनीतालपिथोरागढ़मनोरंजनमुख्य खबरेरुद्रप्रयागसंस्कृति

    टिहरी गढ़वाल पर्वतों के बीच स्थित यह स्थान बहुत सौन्दर्य युक्त है

    July 27, 2021
    By admin

Leave a reply Cancel reply

You may interested

  • उड़ीसाज्वलंत खबरेट्राइबलमुख्य खबरेसंस्कृति

    राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू सूरीनाम दौरे पर

  • उड़ीसाछत्तीसगढ़ज्वलंत खबरेझारखंडट्राइबलदुर्गबस्तरमध्यप्रदेशमहाराष्ट्रमुख्य खबरेराजनांदगांवराजनीतिराजस्थानरायपुरसंस्कृतिसरगुजा

    महिलाएं हर क्षेत्र में ताकत बनकर उभरें छत्तीसगढ़ राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके

  • ज्वलंत खबरेझारखंडट्राइबलमुख्य खबरेराजनीति

    जमुई सांसद अरुण भारती का आदिवासी समाज ने किया विरोध

  • स्पीति को लाहौल से जोड़ने में जुटी बीआरओ की टीम
    मुख्य खबरेलाहौल एंड स्पीतीहिमाचल प्रदेश

    स्पीति को लाहौल से जोड़ने में जुटी बीआरओ की टीम

  • अल्मोड़ाउत्तरकाशीउत्तराखंडउत्तराखंड देवभूमिउदयपुरउधमसिंह नगरचमोलीचम्पावतज्वलंत खबरेटिहरी गढ़वालट्राइबलदेहरादूननैनीतालपिथोरागढ़मनोरंजनमुख्य खबरेरुद्रप्रयाग

    अल्मोड़ा भारतीय राज्य उत्तराखण्ड का एक महत्वपूर्ण जनजातीय शहर है

Feel Free to Contact us

  • Mahua 1
  • world tribal day 1
  • World tribal day 2
  • Rani Durgwati 3
  • Recognizing Rights And Overcoming Challenges
  • maxresdefault
  • Energy Swaraj
  • ad2
  • 15cdaae1-fd77-40b0-b099-08865070ae65
  • 824161a7-333c-4b88-873f-282ecc25b5cf
  • 71ece4f1-4d4c-43f6-974b-d8218c12c02d
  • e8eb2617-e21c-484a-a215-23520af688fb
  • 2a34430d-6c8b-452b-b5b2-afe11562b2a0
  • LATEST REVIEWS

  • TOP REVIEWS

  • रांची झारखंड राज्य का आदिवासी शहर जो आदिवासी क्रांतिकारी और स्वतंत्रता के लिए जाना जाता ...

Timeline

  • March 2, 2025

    जनजातीय जिला कूनूर बर्फ़बारी और भूस्खलन के कारण देश दुनिया से कटा

  • February 23, 2025

    आदिवासी युवा पीढ़ी को हर लिहाज से सशक्त बनाने के लिए झार खण्ड सरकार प्रतिबद्ध

  • February 17, 2025

    राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने ‘आदि महोत्सव 2025’ का किया उद्घाटन

  • February 1, 2025

    राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू – आदिवासी समुदाय सरकार के प्रयासों के सबसे बड़े लाभार्थी

  • January 25, 2025

    जनजातीय गांवों के अछे दिन उत्कर्ष अभियान से सुविधाओं का होगा विकास

Always with Truth

https://www.tribalnews.in/wp-content/uploads/2021/11/Logo-Final.mp4

जनजातीय समाचार भारत आधारित डिजिटल समाचार और मीडिया संगठन है जो भारत के सभी जनजातीय राज्यों से बड़े दर्शकों के लिए अद्वितीय और प्रासंगिक समाचार और सूचनात्मक वीडियो लाता है। जनजातीय समाचार हमारे प्रांत में होने वाली घटनाओं के संतुलित, सटीक समाचार कवरेज पर विश्वास करते हैं, स्थानीय लोगों को दैनिक घटनाओं पर भरोसेमंद जानकारी देते हैं जो उनके जीवन को प्रभावित करते हैं।
जनजातीय समाचार में अत्याधुनिक डिजिटल कनेक्टिविटी है और इसका प्रसारण केंद्र भारत में 9 से अधिक राज्यों के क्षेत्र को कवर करता है। इसका प्रसारण के लिए: वेबसाइट: http://www.tribalnews.in
आप हमें यहाँ पर अनुसरण कर सकते हैं: You Tube , Face Book

  • रीसेंट पोस्ट

  • पॉपुलर पोस्ट

  • सबसे ज्यादा कमैंट्स

  • जनजातीय जिला कूनूर बर्फ़बारी और भूस्खलन के कारण देश दुनिया से कटा

    By admin
    March 2, 2025
  • आदिवासी युवा पीढ़ी को हर लिहाज से सशक्त बनाने के लिए झार खण्ड सरकार ...

    By admin
    February 23, 2025
  • राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने ‘आदि महोत्सव 2025’ का किया उद्घाटन

    By admin
    February 17, 2025
  • राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू – आदिवासी समुदाय सरकार के प्रयासों के सबसे बड़े लाभार्थी

    By admin
    February 1, 2025
  • वीडियो गैलरी 1

    By admin
    April 12, 2020
  • मुख्य भि भरत – जनजातियों की ओडिशा: मनकीडिया जनजाति

    By admin
    April 12, 2020
  • छोटा नागपुर का मुंडा आदिवासी – एक वृत्तचित्र मूवी

    By admin
    April 21, 2020
  • मुख्य भि भारत – जनजातियों का भारत, पेसा अधिनियम

    By admin
    April 21, 2020

Padam Shri Award Winner Tulsi Gawda

https://www.tribalnews.in/wp-content/uploads/2021/11/TulsigowadaPAdamshriAwardBy-Honbl.PresidentIndiaNewdelhi8NovemberTribal-news.mp4

फॉलो अस

© Copyright tribalnews.in. All rights reserved.

WhatsApp us