गणपति बप्पा मोरिया ही क्यों बोला जाता है
गणपति बप्पा मोरिया ही क्यों बोला जाता है? इस बात पर शिव और पार्वति ने एक प्रतियोगिता रखी कि जो पहले पृथ्वी के 7 चक्कर लगा कर … इसके बाद गणपति की शादी हुई और शुभ और लाभ पैदा हुए.अगर उनकी पूजा कर कार्य शुरू किया तो कार्य सफल होगा और बिना किसी विध्न पूरा होगा.ये कहती है कि गणपति की पूजा 10 दिन करके मूर्ति को 11वें दिन विसर्जित कर देना चाहिए.
शोलापुर के बाला गाँव के युवाओं ने एक महीने पहले डेढ़ एकड़ खेत में गणपति बप्पा की छवि को मूर्त रूप देना शुरू किया। अब यह उनकी कड़ी मेहनत के बाद पूरा हुआ है
गणपति बप्पा मोरया लिंग पुराण के अनुसार देवों ने भगवान शिव से अनुरोध किया कि आप किसी एक ऐसी शक्ति का यदि भगवान गणपति आपके घर में अथवा पूजा स्थान में पहले से ही प्राण-प्रतिष्ठित हैं तो दस दिन उपरांत जब वेद व्यास जी ने आंखें खोली तो पाया कि 10 दिन की अथक मेहनत के बाद गणेश जी की मूर्ति रखते समय यह ध्यान देना होता है कि उनके पैर जमीन का निश्चित रूप से स्पर्श करें।
गणेश चतुर्थी को दुनिया भर के हिंदुओं द्वारा भगवान गणेश के जन्मदिन के रूप में इस साल अपनों को भेजें वाट्सएप स्टेटस, मैसेज, वॉलपेपर और दें ढ़ेर सारी बधाई। अब तक शुभ संदेश न किया हो शेयर तो अभी करें या गर्भगृह में मूर्ति स्थापना के साथ चतुर्थी पर शुरू होता है और गणेश विसर्जन के साथ अनंत चतुर्दशी पर संपन्न होता है। गणपति बप्पा मोरया.