भारतीय सैनिक दुनियां का सर्वश्रेठ सैनिक -कर्नल देव गुर्जर

Source : National Advisor Col.Devanand IGM President
11 सितंबर 2021 झुंझुनू स्तिथ अंबेडकर भवन में 1971 भारत-पाक युद्ध की स्वर्ण जयंती वर्ष के अवसर पर कार्यक्रम रखा गया । कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व मंत्री डॉ जितेंद्र सिंह जी ने की एवम कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कैप्टन प्रवीण डागर एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में पूर्व सांसद और विधायक महेंद्रजीत सिंह मालवीय, ब्रिगेडियर भगवान सिंह एवं सैनिक न्याय संघर्ष समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष कर्नल देव आनंद गुर्जर ने शिरकत की।
मुख्य अतिथि कैप्टन प्रवीण ने अपने उद्बोधन में 1971 के युद्ध में सैनिकों द्वारा बहादुरी के कारनामों को याद करते हुए देश के युवाओं से आग्रह किया कि हमें वीर सैनिकों के बलिदान को याद रखते हुए प्रेरणा लेती रहनी चाहिए।
कर्नल देव आनंद गुर्जर ने 1971 भारत-पाक युद्ध में अपने जीवन का सर्वोच्च बलिदान देने वाले वीर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए बताया कि सैनिक देश की अमानत होता है और मुझे एक सैनिक होने पर गर्व है और बताया कि भारतीय सैनिक दुनिया में सबसे सर्वश्रेष्ठ एवं बहादुरता का प्रतीक है।
कर्नल ने भारत के नागरिकों का सैनिकों के लिए सम्मान एवं प्रेम के लिए आभार जताते हुए पूर्व सैनिकों से जुड़ी हुई समस्याओं का जिक्र करते हुए राजस्थान एवं केंद्र सरकार से आग्रह किया की सर्विस के दौरान किसी सैनिक की मौत पर परिवार को अनुकंपा नौकरी , कॉन्ट्रैक्ट नौकरी पर पूर्व सैनिकों को दी जाने वाली ₹ 11000 की राशि को बढ़ाकर भारत सरकार के न्यूनतम वेतन स्केल करने, वीरता पुरुष्कार विजेता सैनिको के सम्मान पूर्वक स्कूल कॉलेज नामांकरण के पश्चात विद्यालय के प्रांगण में वीर सैनिक की मूर्ती लगाने की इजाजत देने में देरी , जैसलमेर स्तिथ करीब 500 मिहीन पूर्व सैनिक जिनको 1984 की एप्लीकेशन पर अल्लोत्मेंट होने के उपरांत जमीन के पूरे पैसे भरने की बावजूद भी खातेदारी नही दीये जाने जैसे मुद्दों पर सरकार का ध्यान आकर्षित किया । झुंझुनू जिले के सैनिकों से जुड़ी हुई मांग रखते हुए झुंझुनू में एक सर्व सेवा युक्त सैनिक भवन का निर्माण , शौर्य उददान ता लोकार्पण एवं बघेरा ग्राम के भारत के पहले वीर चक्र कैप्टन बसंता राम धाबाई के नाम पर मार्ग का नामांकारण एवम मूर्ति स्थापना की मांग दोहराई ।
कार्यक्रम के अध्यक्ष पूर्व मंत्री डॉक्टर जितेंद्र सिंह जी ने बताया कि झुंझुनू जिले में कई ऐसे उदाहरण हैं जहां पर दो दो पीढ़ियों ने अपने जीवन का बलिदान देकर भारत माता की सेवा में अग्रिम भूमिका निभाई है । डॉ ने सैनिकों से जुड़े हुए मुद्दों के समाधान करवाने का पूरा भरोसा दिलाते हुए बताया कि मौजूदा सरकार सैनिकों से जुड़ी हुई हर समस्या के समाधान के लिए वचनबद्ध है और अगर जरूरत पेरी तो मुख्यमंत्री महोदय को भी अवगत कराया जाएगा।
वीरांगनाओ एवं पदक विजेताओं का शॉल एवं माला पहनाकर मुख्य एवम वरिष्ठ अतिथियों द्वारा सम्मान किया गया। मनोरमा देवी, रामप्यारी देवी, संतोष कंवर, कमला देवी ,संतोष देवी, कस्तूरी देवी, रजत सुल्तान ,हकीम बानो, राजा देवी, कमला देवी ,कविता देवी, बादामी देवी, कविता कुलहरी ,मनीष देवी ,सुनीता कीचड एवम मनभरी देवी वीरांगनाओं का शॉल एवं पुष्प गुच्छ भेंट किये गए ।
सम्मान समारोह में श्री कैलाश जी सुरा जिला अध्यक्ष सैनिक न्याय संघर्ष समिति, कैप्टन टीपू सुल्तान प्रदेश मंत्री सैनिक ने संघर्ष समिति,श्री राजपाल फोगाट, श्री दिनेश कुलहरी ,कैप्टन रंग पाल ,श्री नरेंद्र सिंह, श्रीमती तेजस्विनी शर्मा, पार्षद संजय पारीक, पूर्व उप प्रधान ताराचंद सैनी, कैप्टन अली हसन खान, कैप्शन विद्याधर ढाका, पूर्व सरपंच घासीराम , श्री राजकुमार ढाका, कैप्टन मनसब खान और हवलदार अयूब खान समेत शहर के गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।
पूर्व सैनिकों ने सरकार को सौंपा ज्ञापन ।।।।
12 सितंबर , झुंझुनू श्रम सुविधा केंद्र के लोकार्पण के मौके पर झुंझुनू जिला पूर्व सैनिकों ने रविवार को कांग्रेस जिला अध्यक्ष एवम खेतड़ी विधायक डॉ जितेंद्र सिंह एवम श्रम मंत्री टीकाराम जूली को सैनिक न्याय संघर्ष समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष कर्नल देव आनंद के नेतृत्व में पूर्व सैनिकों से संबंधित समस्याओं के समाधान हेतु ज्ञापन सौंपा।
कैप्टन टीपू प्रदेश महामंत्री सैनिक न्याय संघर्ष समिति एवं श्री कैलाश जी सुरा जिला अध्यक्ष सैनिक न्याय संघर्ष समिति ने बताया कि वर्तमान में झुंझुनू जिले में 45000 गौरव सेनानी 25000 वीरांगनाई 480 शहीद वीरांगना वह 50000 सैनिक सेवा में कार्यरत हैं।
कर्नल देव आनंद गुर्जर ने ज्ञापन सौंपते समय डॉ जितेंद्र को झुंझुनू जिले में पूर्व सैनिकों से जुड़ी हुई समस्या के बारे में विस्तार पूर्वक बताते हुए बताया कि किस प्रकार से वीरों की भूमि झुंझुनू में आज भी सैनिकों से जुड़ी हुई समस्या के समाधान में विलंब प्रदेश एवं जिले के नागरिकों के लिए चिंता का विषय बना हुआ है। कर्नल ने झुंझुनू में सर्व सुविधा युक्त पूर्व सैनिक भवन निर्माण, दोरासर गांव में निर्माणाधीन सूर्य उद्यान का लोकार्पण, बघेरा गांव के 1947 भारत पाक युद्ध में पहले वीर चक्र प्राप्त करने वाले कैप्टन बसंता राम धाबाई के नाम पर झुंझुनू में मार्ग का नामांकरण एवं उचित स्थान पर मूर्ति लगाना 70 वर्ष गुजरने के बाद भी नहीं हो पाया है, राजस्थान एक्स सर्विसमैन कोऑपरेटिव लिमिटेड में संविदा पर लगे पूर्व सैनिकों को मात्र ₹11000 मानदेय दिया जा रहा है जो कि गौरव सेनानी के आत्मसम्मान के साथ साथ भारत के न्यूनतम वेतन के विरुद्ध भी है जिसको बढ़ाकर ₹22500, जैसलमेर स्थित भूमिहीन सैनिकों को 1984 की एप्लीकेशन पर आवंटित की गई जमीन को लेकर सुप्रीम कोर्ट के दिशा निर्देशों के बावजूद भी आज तक करीब 500 पूर्व सैनिकों को खातेदारी नहीं दी गई है, भारतीय सेनाओं में नौकरी करते समय किसी सैनिक की गैर ऑपरेशन मौत होने पर अनुकंपा नौकरी का प्रावधान होना चाहिए एवम वीरता पुरस्कार विजेता सैनिकों के सम्मान में राजस्थान सरकार द्वारा कॉलेज या स्कूल नामांतरण कीपैड प्रक्रिया पूरी होने के बावजूद भी उस वीर सैनिक की मूर्ति लगाने मैं विभिन्न प्रकार के कानूनों की दुहाई देकर विलंब किया जाना जैसे मुद्दे उठाते हुए आग्रह किया कि सैनिकों की भावनाओं को मध्य नजर रखते हुए इन पर और विलंब करना उचित नहीं होगा
डॉ जितेंद्र सिंह जी ने ज्ञापन स्वीकार करते हुए झुंझुनू जिला कलेक्टर को फोन पर सैनिकों की भावना अवगत कराते हुए आदेश दिए की इन समस्याओं का निवारण जल्द से जल्द होना चाहिए । ज्ञापन सौंपने आए सभी पूर्व सैनिकों ने हाथ जोड़ते हुए डॉ जितेंद्र सिंह जी का धन्यवाद करते हुए यह उम्मीद जताई की मौजूदा सरकार इन मांगों को जल्दी से जल्दी पूरा करेगी।
कैप्टन ताराचंद नोनिया, अमरचंद खेदड़ सचिव लीग, रामनिवास नेतन, रामनिवास थकान, राजपाल फोगाट राजकुमार नोनिया ,राजेंद्र सिंह नालपुरिया, छैलू राम जाट, दिनेश धाभाई, ईडीएम जगदीश प्रसाद गौड़ गोकुल चंद सैनी जिला श्रम अधिकारी अरुणा शर्मा समेत गणमान्य नागरिक मौजूद थे ।